ATMA Programmes:-
I. Farmer-oriented Activities:
• 1) Developing/Revisiting Strategic Research & Extension Plan (SREP)
• 2) Training of farmers
o (a) Inter – State
o (b) Within state
o (c) Within District Level
• 3) Organizing demonstrations
o (a) Demonstration (Agri)
o (b) Demonstration (allied sector)
• 4) Exposure visit of farmers
o (a) Inter State
o (b) Within the state
o (c) Within District
• 5) Mobilization of farmer groups of different types including Farmer Interest Group, Women Groups, Farmers Organisation, Commodity Organisations and Farmer Cooperatives etc.
o (a) Capacity building, skill development and support services
o (b) Seed money / revolving fund
o (c) Food Security Groups (Women Farmers)
• 6) Rewards and incentives – Farmer Groups
• 7) Farmer Awards (Block Level)
II. Farm Information dissemination:
• 8) District level exhibitions, Kisan melas, fruits/vegetable shows
• 9) Information dissemination through printed leaflets etc and local advertisements
o (a) Low cost production
• 10) Development of technology packages in digital form to be shared through IT network.
III. Agriculture Technology, Refinement, Validation & Adoption:
• 11)
o (a) Farmer Scientist Interactions at district level
o (b) Designate Expert Support from ICAR/KVK
• 12) Orgainsation of Kisan gosthis to strengthen research – extension – farmer linkages.
• 13) Assessment, Refinement, Validation and adoption of Frontline technologies and other short term researchable issues through KVKs and other local research centres.
IV. Innovative Activities- State Level:
• 14) Implementation of Extn Activities through Agri.-preneurs trained under Agri Clinics scheme
• 15) P.G. Diploma in Agriculture Extension through MANAGE
V. Innovative Activities – District Level:
• 16) Support for District level training institutions- It may include both operational expenses and non-recurring expenditure
• 17) Farmer Friend
VI. Other Innovative Activities:
• 18) Display Boards
• 19) Production of Low cost Films
• 20) Kala Jatha / Skit presentation for dissemination of Technology
1. बी0 टी0 टी0 एफ0 ए0 सी0 का गठन एवं इसके द्वारा बैंक खाता का खोलना एवं परिचालन की वर्तमान सिथति सभी 14 प्रखंडों में बी0 टी0 टी0 एवं एफ0 ए0 सी0 का गठन कर लिया गया है एवं बैंक खाता का भी संयुक्त रूप से किया जा रहा है ।
2. गुणात्मक कार्य
- आत्मा पूर्णिया द्वरा आलू फसल के झुलसा प्रभावित क्षेत्रों में आलू उत्पादक स्वयं सहायता समूह का निर्माण किया गया है एवं इन समूहों द्वारा आलू के शुद्ध बीजों से आलू का बीज तैयार कराकर शेष क्षेत्रों मे वितरण की पहल की गर्इ है। आत्मा का लक्ष्य है कि अगल वर्ष तक उच्च उपजषकित वाले रोग प्रतिरोधी किस्मों का व्यापक प्रचार-प्रसार, प्रत्यक्षण एवं प्रषिक्षण एवं जन-जागरूकता के माध्यम से वर्तमान में उगायी जाने वाली किस्मों को शत-प्रतिषत स्थानापन्न करना।
- मक्का उत्पादक किसानों के लिए मक्का के संकुल किस्मों की बीज उत्पादन तकनीकों को आत्मा के पहल से प्रषिक्षण द्वारा स्थानान्तरित किया गया है। मक्का बीज ग्राम की पहल आत्मा द्वारा के0 नगर प्रखंड के परोरा गांव मेेंं की गर्इ है।
- सरसों एवं तीसी की दिसम्बर के अंतिम स्प्ताह मे धान फसल को काटकर बोआर्इ की जानेवाली पिछात किस्मों, यथा राजेन्द्र अनुकूल, राजेन्द्र सुफलम तथा रार्इ पछेती का 5 स्थानों पर प्रथम पंकित का सफल प्रत्यक्षध किया गया है, जिसे अगले वर्ष व्यापक क्षेत्रों में अपनाने की संभावना है।
- महिलाओं को कृषि उपादानो के मुल्यवद्र्धित उत्पाद बनाने एवं उनके अंदर कौषल विकास क्षमता निर्माण को प्रेरित करने के उद्देष्य से कसवा प्रखंड के बीस महिलाओं को राजेन्द्र कृषि विष्वविधालय में आयेाजित पूर्वी क्षेत्र के चार दिवसीय किसान मेला का एक्सपोजर विजिट सह प्रषिक्षण दिलवाया गया।
- सब्जी उत्पादक एवं औषधीय एवं सुगंध पौघा उत्पादक किसानों को उन्नत कृषि तकनीक स्थानान्तरण एवं ज्ञान संवद्र्धन हेतु क्षेत्रीय आलू अनुसंधान केन्द्र, पटना, भारतीय सब्जी अनुसंधान केन्द्र का भ्रमण कराया गया।
- दिसम्बर 2006 माह में आलू फसलों के झुलसा रोगोें से व्यापक नुकसान होने से बचाव हेतु आत्मा पूर्णिया द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर विषेषज्ञ वैज्ञानिकों को बुलाकर एवं समाचार पत्रों में विज्ञापन निकालकर जागरूक करने का पहल किया गया है।
- आत्मा पूर्णिया द्वारा राज्य स्तर पर आयोजित विभिन्न कार्यषालाओंसेमिनारों, (यथा – बिहार इन्डसट्रीज एसोषिएषन का दो दिवसीय कर्मषाला, कृषि विभाग बिहार सरकार द्वारा माइक्रोलेवेल प्लानिंग की कर्मषाला इत्यादि) में नियमित रूप से प्रतिनधित्व किया गया।
- पूर्णिया जिला में उगायी जाने वाली धान की विभिन्न देषी किस्मों का नमूना संकलन किया गया है। जिसका सिक्रीनिंग कर प्रभेदों के विकास हेतु शोधा कार्य करने हेतु राजेन्द्र कृषि विष्वविधालय को दिया गया ।
- आत्मा पूर्णिया द्वारा किए गए सभी कार्यों यथा प्रषिक्षण, प्रत्यक्षण, एक्सोपाजर विजिट, प्रक्षेत्र दिवस एवं किसान वैज्ञानिक मिलन कार्यक्रमों का सभी प्रसार माध्यमों यथा र्इ0 टी0 वी0, सहारा टी0वी0, दूरदर्षन एवं सभी समाचार पत्रों के द्वारा व्यापक रूप से प्रचारित किया गया है।
- आत्मा, पूर्णियाँ द्वारा सम्बद्ध विजय बेबी कार्न उत्पादक स्वयं सहायता समूह, कप्तान पाड़ा, बेलौरी में बेबी कार्न का उत्पादन की शुस्आत एवं इसे र्इस्टर्न फूड इण्डस्ट्री, पूर्णियाँ से खरीद हेतु तालमेल कराया गया है।
- चाणक्या स्वयं सहायता समूह जो आत्मा, पूर्णियाँ से संबंद्ध है, को 50 किसानों के समूहों में राजेन्द्र कृषि विश्व विधालय, पूसा, समस्तीपुर द्वारा प्रदत्त औषधीय एवं सुगंधीय पौधे का प्रत्यक्षण हेतु लिंक कराया गया है।
- खरीफ मक्का की ख्ेाती के लिए शकितमान किस्म का बीज किसानों को उपलब्ध कराया गया है।
- औसधीय एवं सुगन्ध पौधों के बीच की उपलब्धता रा0कृ0वि0 पूसा से की गर्इ।
- किसान सम्मान योजना 2006-07 की क्रियान्यवयन में किसानों का निबंधन, कार्य-विवरणिका संकलन एवं निरीक्षण कार्य का लक्षित उपलबिध ।
- प्रत्येक प्रखंडों के प्रत्येक गाँव से तीन मिटी के नमूनों का संकलन करने में जिला कृषि कार्यालय को पूर्ण सहयोग किया जा रहा है ।
- FGIs की बैठकों का संचालन किया गया ।
- संर्पक किसानों से करके उन्हें आवश्यक जानकारी दी गर्इ ।
- मक्का का शकितमान प्रभेद का बीज चाणक्या स्वयं सहायता समूह को प्रत्यक्षण हेतु उपलब्ध कराया गया ।
- 11 नवम्बर,2007 को आलू उत्पादक किसानों के लिए कृषक वैज्ञानिक मिलन-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें केन्द्रीय आलू अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डा0 आर0 पीं0 राय एवं अन्य कृषि वैज्ञानिको के द्वारा महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गर्इ । इस कार्यक्रम में कृषि रसायन एक्सपोर्ट लिं0 कोेलकाता को सहयोगी पार्टनर के रूप में मदद ली गर्इ थी ।
- 20. दिनांक- 1 एवं 2 दिसम्बर,07 को धमदाहा अनुमंडल दिनांक- 5 एवं 6 दिसम्बर, 07 को बनमंखी अनुमंडल, दिनांक-8एवं9 दिसम्बर को बायसी अनुमंडल, दिनांक- 14 एवं 15 दिसम्बर,2007 को पूर्णियाँ सदर अनुमंडल में अनुमंडल स्तरीय कृषक मेला का आयोजन किया गया एवं कुल 250 किसानों को कृषक ज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित कर पुरस्तकृत किया गया ।
- दिनांक- 13.12.2007 को जिला स्तरीय उधान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया एवं कुल 83 किसानों को पुरस्कार वितरण किया गया ।
- राज्य स्तर पर दो किसानोेंं को सोनपुर मेला मेे द्वितीय पुरस्कार से विभूषित किया गया ।
- दिनांक- 19.12.07 को प्रखंड स्तरीय Ñषक सूचना सलाहकार समिति दल के कन्वेेनर जिला एवं प्रखंड स्तर पर किसान भूषण एवं किसान श्री के चयनित किसानों का कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें प्रखंड स्तर पर आत्मा के प्रभावी क्रियान्वयन की जानकारी दी गर्इ।
- किसानों के दल को आत्मा, पूर्णिया द्वारा दिनांक 29.01.08 को केन्द्रीय औषधीय एवं सुगंध पौध संस्थान लखनउ एक्सपोजर विजिट हेतु भेजा गया।
- FIAC, IT Connectivity कसानों मद मेंं प्राप्त राशि से पूर्णिया पूर्व प्रखंड हेतु कम्प्यूटर आदि उपकरण की खरीद की गर्इ।
- कृषि हेतु वार्षिक सलाह एवं आलू एवं विभिन्न मौसमी फसलों की वैज्ञानिक खेती पर बुकलेट का प्रकाशन आत्मा पूर्णियाँ द्वारा करवाया गया।
- जिला स्तर पर किसान भूषण एवं प्रखड स्तर पर किसान श्री पुरस्कार का वितरण माननीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह एवं नगर विकास मंत्री श्री अश्वनी कुमार चौबे के कर कमलों द्वारा किया गया।
- राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत आत्मा पूर्णिया के द्वारा सभी कृषि एवं कृषि से जुड़े अन्य प्रक्षेत्रों के पदाधिकारियों के समन्यवन से पूर्णिया जिले का 2008-09 का जिला कार्य योजना तैयार कर ससमय 31.01.2008 को सरकार को समर्पित किया गया।